बधाना, कनगट्टी के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने एक सम्मेलन बुलाने का निश्चय किया गया । इन प्रान्तीय सम्मेलन का उद्देश्य महासम्मेलनों को पूर्णरूप से स्वीकार करते हुए समाज सुधार सम्बंधी प्रान्तीय स्तर पर कुछ नये प्रस्तावों को पारित कर उनको मूर्तरूप देना ही था । यह सम्मेलन दिनाँक 17-01-1958 को श्री नानुराम जी बटाड़िया, मोही (मेवाड़) के सभापतित्व में सम्पन्न हुआ । इस सम्मेलन का उद्घाटन श्री नाथुलाल जी नुवाल के कर कमलों द्वारा हुआ कुछ नये प्रस्तावों के अतिरिक्त अखिल भारतीय रैगर महासम्मेलन दौसा के प्रस्ताव नं. 2 एवं 3 की ओर रैगर जाति का ध्यान आकर्षित किया ।-
अखिल भारतीय रैगर महासम्मेलन दौसा के पारित प्रस्ताव संख्या 2 व 3-
2. मुर्दा घसीटना, खाल उखाड़ना और निकालना रैगर समाज की उन्नति में बाधक है । अत: यह सम्मेलन घोषणा करता है कि भविष्य में कोई रैगर भाई इस काम को न अपनाए ।
3. पुरानी जूती गांठना भारतीय रैगर समाज की उन्नति में बाधक है । यह सम्मेलन घोषणा करता है कि रैगर भाई भविष्य में इस काम को जल्दी से जल्दी बंद करने की कोशिश करें ।
(साभार- रैगर कौन और क्या ?)
157/1, Mayur Colony,
Sanjeet Naka, Mandsaur
Madhya Pradesh 458001
+91-999-333-8909
[email protected]
Mon – Sun
9:00A.M. – 9:00P.M.