जयपुर: श्रीमती कन्या देवी रैगर पत्नी स्वर्गीय छितर मल रैगर निवासी कादेड़ा थाना केकडी को डायन बताकर बहुत ही दर्दनाक यातनायें देकर मार डाला ।जिस पर गांव के पंचों द्वारा दोषियों को गायों को चारा डालने और पुष्कर में स्नान करने का दंड देकर दोष मुक्त कर दिया । गौरतलब है कि समाचार पत्रिकाओं में छपी खबर के अनुसार दिनांक 3 अगस्त 2017को श्रीमती कन्या देवी रैगर में डायन का साया बताकर उसको जंजीरों से पीटा गया, आग के अंगारों से दागा गया, गंदी नाली का पानी पिलाया गया यहां तक कि मल-मूत्र भी उसको पीने के लिए मजबूर किया गया। इन सब यातनाओं को कन्या देवी रहकर सहन नहीं कर पाई और दिनांक 4 अगस्त 2017 को कन्या देवी रैगर ने दम तोड़ दिया । जिसपर गांव के ही पंचो ने मामले को दबा कर रफा-दफा कर दिया । लेकिन शाहपुरा निवासी महादेव रैगर ने चाइल्ड लाइन अजमेर को सूचित कर पूरे मामले से अवगत कराया । उसके बाद चाइल्डलाइन द्वारा पुलिस थाना केकडी में महादेव नगर के नाम से एक रिपोर्ट दी गई। जिस पर पुलिस द्वारा अभी जांच करने की बात कह रही है ।लेकिन पुलिस अभी तक किसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया है । ऐसे संवेदनशील मामले में भी पुलिस की लापरवाही एक प्रश्न वाचक चिन्ह खड़ा करती है ।क्या पुलिस का खुफिया तंत्र या सूचना विभाग इतना कमजोर है की क्षेत्र में इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद भी पुलिस को इसकी जानकारी नहीं मिली ।यह बेहद ही सोचनीय विषय है । अखिल भारतीय रैगर महासभा पंजी के राष्ट्रीय प्रचार – प्रसार सचिव मुकेश कुमार गाडेगावलिया ने बताया कि अखिल भारतीय रैगर महासभा पंजी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भँवर लाल खटनावलिया से नि आई ए एस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इस पर कार्यवाही कर रहा है। और इसके लिए संस्थान के पदाधिकारी जयपुर में महिला आयोग राजस्थान, अनुसूचित जाति आयोग, राजस्थान मानवाधिकार आयोग राजस्थान ,राजस्थान की महिला मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को ज्ञापन प्रस्तुत कर मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग करता है और दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर ऐसी घटनाओं की दुबारा पुनरावृति नहीं हो इसके लिए ठोस कदम उठाने की मांग करता है ।