जयपुर। राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सभी सामाजिक संगठन सक्रिय हो गए हैं। इस कड़ी में रविवार को अखिल भारतीय रैगर महासभा के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलकर रैगर समाज को जनसंख्या के आधार पर दो सांसदों व 15 विधानसभा सीटों पर टिकट की मांग की गई और जिसके लिए समाज की ओर से ज्ञापन भी दिया गया।
राष्ट्रीय प्रचार प्रसार सचिव मुकेश कुमार गाड़ेगावलिया से प्राप्त जानकारी के मुताबिक वीरवार को अखिल भारतीय रैगर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीएल खटनांवलिया ने अपने राष्ट्रीय कार्यकारिणी, प्रदेश कार्यकारिणी, महिला प्रकोष्ठ, युवा प्रकोष्ठ के सदस्यों के प्रतिनिधि मण्डल के साथ राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत को प्रतिनिधि मण्डल की ओर से बताया गया कि राजस्थान में रैगर समाज दलित वर्ग में सर्वाधिक होने के बावजूद भी कांग्रेस पार्टी ने 1984 के बाद लोकसभा चुनाव में रैगर समाज को तवज्जो नही दिया।
इसके अलावा विधानसभा चुनावो में भी उचित प्रतिनिधित्व नहीं दिया। जबकि रैगर समाज सभी विधानसभा क्षेत्रो पर विधायक के भाग्य का फैसला करने में निर्णायक भूमिका निभाता है। आगामी चुनाव में इस बार रैगर समाज का वोट उसी पार्टी के साथ होगा, जो पार्टी रैगर समाज के लोगो को अधिक से अधिक टिकट देगी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बीएल खटनांवलिया ने अशोक गहलोत से स्पष्ट शब्दों में कहा है कि अगर कांग्रेस ने आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनावों में टिकट बांटते समय रैगर समाज के प्रतिनिधित्व पर ध्यान नही दिया तो रैगर समाज दूसरा विकल्प अपना सकता है।
प्रतिनिधि मण्डल में राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुधा जाजोरिया, उपाध्यक्ष कजोड़मल मुंडोतिया, बीएल बंशीवाल, राष्ट्रीय प्रचार प्रसार सचिव मुकेश कुमार गाड़ेगावलिया मनोहर बाकोलिया, प्रदेश अध्यक्ष एस के मोहनपुरिया, प्रदेश अध्यक्ष युवा भानू खोरवाल , प्रदेश उपाध्यक्ष तरूण बाकोलिया रेनवाल, प्रदेश महासचिव मनोज पिंगोलिया महिला प्रदेश अध्यक्ष तारा बंदरवाल, महासचिव शितु जोलिया, घनश्याम बेनीवाल, दिल्ली प्रदेशाध्यक्ष नेतराम पिंगोलिया, युवा प्रकोष्ठ प्रदेशाध्यक्ष सुनील आकरनीया सहित समाज के गणमान्य लोग मौजूद थे।