आगे बढो रैगर समाज के लोगों अब ये युग हमारा है ।
आगे बढने के सिवाय अब हमारे पास नहीं कोई चारा है ।।
हमे रैगर जाति को उचाईयों तक ले जाना है ।
रैगर जाति का उजाला सारे जगत मे फेलाना है ।।
अब नहीं थकना है अब आगे बढते रहना है ।
अब नहीं रूकना है अब आगे बढते रहना है ।।
समाज मे व्याप्त बुराईयों को अब हमे दुर करना है ।
हमारे इस प्यारे समाज के लिये अब हमे बहुत कुछ करना है ।।
अब हमे अपने कदमो को आगे बढाते रहना है ।
रैगर जाति का विकास हम सबको मिलकर करना है ।।
अब उठा तलवार इस दुनिया से हमे लडना है ।
उठ जाग रैगर अब केवल आगे बढते रहना है ।।
उठ जाग रैगर अब चलने की बारी है ।
अब आगे बढने की हमारी बारी है ।।
अब आगे की प्रगति की राह हमारी है ।
हमको अपनी रैगर जाति अपनी जान से भी प्यारी है ।।
कुछ कर गुजर ऐसा की हर रैगर तुझे सलाम करें ।
समाज सदियों तक तेरे नाम को याद करें ।।
अब आगे बढो ये युग हमारा है हमारा समाज सबसे न्यारा है ।
आगे बढो रैगर समाज के लोगों अब ये युग हमारा है ।।
मन्दसौर (म.प्र.)