अखिल भारतीय रैगर महासभा (पंजीकृत) युवा प्रकोष्ठ के तत्वाधान में सांगानेर स्टेडियम, जयपुर में 6 मार्च 2016 – रविवार को युवा महासम्मेलन का आयोजन किया गया । इस महासम्मेलन में देश भर के रैगर समाज के युवाओं ने भाग लेकर समाज की एकता एवं अखण्डता का परिचय दिया । सम्मेलन के मुख्य अतिथि माननीय श्री विकेश खोलिया (उपाध्यक्ष अनुसूचितजाति आयोग राजस्थान सरकार) थे, कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय रैगर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमान बी.एल. नवल द्वारा की गई सम्मेलन के मुख्य वक्ता रामचन्द्र सुनारीवाल (विधायक डग) थे व मांचासिन अतिथियों में पूर्व विधायक दौसा भुधरमल वर्मा, पर्व विधायक केकड़ी बाबूलाल सिंघाडिया, महासभा वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुधा जाजोरिया, उपाध्यक्ष महासभा अशोक तौणगरिया, पूर्व आई.पी.एस. पी.एन. रछौया, पूर्व न्यायाधिश देव बक्स रैगर व पी.एम. जलुथरिया, प्रधान आयुक्त कस्टम सी.एम. चांदोलिया, जिला प्रमुख अजमेर वंदना नोगिया, राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष डॉ. एस.के. मोहनपुरिया, अध्यक्ष रैगर छात्रावास प्रबंधन समिति जयपुर रामकिशौर रैगर, श्री शम्भू दयाल चांदोलिया- विराट नगर, नगरपालिका चेयरमेन सुश्री इन्दिरा खोरवाल, पूर्व महापोर अजमेर कमल बोकोलिया, प्रदेश अध्यक्ष दिल्ली नेतराम पिंगोलिया, प्रदेश अध्यक्ष मध्य प्रदेश सुरजमल बोकोलिया, प्रदेश अध्यक्ष मध्य प्रदेश युवा प्रकोष्ठ ब्रजेश हंजावलिया, प्रदेश अध्यक्ष दिल्ली युवा प्रकोष्ठ प्रवीण कुर्डिया, चुनाव अधिकारी रैगर महासभा धन्नालाल शेरावात, पार्षद नगर निगम जयपुर कमलेश कांसोटिया आदि ने मंच की शोभा बढाई । मुख्य मंच के दाए बाए एक-एक मंच और बनाया गया एवं बाएं मंच पर महासभा के राष्ट्रीय एवं प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों को मंचासिन किया गया व दाए मंच पर युवा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय एवं प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों को मंचासिन किया गया ।
कार्यक्रम की शुरूआत मंचासिन अतिथियों द्वारा बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दिप जला कर की गई । तत्पश्चात् महासभा विधान के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा महासभा के ध्वज के ध्वजारोहण कर सम्मेलन का आगाज किया गया ।
राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त मुख्य अतिथि विकेश खोलिया जी का स्वागत महासभा युवा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर लाल नारोलिया ने साफा बंधवाकर व कार्यक्रम संयोजक नवरत्न गुसांईवाल एवं कार्यक्रम सह-संयोजक जीवन दीपक दातोनियाँ ने माला पहनाकर किया, महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.एल. नवल जी का स्वागत दिनेश जी सरसुनिया, मुकेश मौर्य व सरदार पिंगोलिया द्वारा किया गया व डग के विधायक रामचन्द्र सुनारीवाल जी का स्वागत प्रदेश अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ भानु खोरवाल, रविन्द्र नारोलिया, ओंकार बड़ेतिया ने किया व साथ ही मंच पर आसिन समस्त मुख्य अतिथियों का स्वागत पुष्पाहार से किया गया ।
मंच सम्बोधन
श्री पी.एम. जलुथरिया (पूर्व न्यायाधिश) – समाज का युवा समाज को नई दिशा देने के लिए तत्पर है । समाज के वरिष्ठ अधिकारियों पर कटाष्क कसते हुए कहा की उन्होंने बढ़े पदों पर जाने के बाद समाज पर ध्यान नहीं दिया उनके द्वारा समाज पर ध्यान देने की आवश्यक्ता है । अखिल भारतीय रैगर महासभा के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया की समाज के युवाओं को नई दिशा देने हेतु पूर्व में 1944 में महासभा की स्थापना की गई थी व 1966 में रजिस्ट्रेशन किया गया व सन् 2000 में रैगर समाज की राजस्थान में बहुलता को देखते हुए दिल्ली से जयपुर राजस्थान में लाया गया अब हमें इसकी सार्थकता को सिद्ध करने का समय आ गया है । साथ ही एक महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के अनुसार परिवार की कुल आय का 41% खर्च समाजिक रितिरिवाजों जैसे जन्म मरण में खर्च हो जाता है तो समाज गरिबी से केसे उठेगा, हमे उन रितिरिवाजों को बंद कर उस राशि को शिक्षा में खर्च करने की आवश्यकता है ताकि समाज को उन्नति के शिखर तक ले जाया जा सके व बाबा साहेब के मार्ग पर चले । साथ ही युवा सम्मेलन आयोजित करने पर बधाई दी गई ।
श्री भूधरलाल वर्मा (पूर्व विधायक दौसा)– आपने 1944 के यादगीरी को ताजा करते हुए प्रथम महासम्मेलन दौसा के समय गाये गये गीत को गुनगुनाकर समाज को पुरानी यादों से रूबरू करवाया । समाज के वरिष्ठ जनों को सलाह देते हुए कहा की आज समाज का युवा जागरूक हो गया है व समाज के प्रति सोच रखता है ओर हमें युवाओं सही दिशा, सलाह व मार्ग दर्शन करने की आवश्यकता है । लड़के व लड़की के भेदभाव को खत्म कर एक समान शिक्षा देने की आवश्यकता है, नुक्ता न तो करे और नहीं खाये तो हमे समाज की कुरितियों को मिटाना है तभी विकास सम्भव हो पायेगा व दुसरे समाजों के अच्छे विचारों से हमे शिक्षा लेना चाहिए । किसी भी चुनाव में एक जगह से एक ही रैगर चुनाव लड़े व उसे पूरा समाज समर्थन करे यह सुनिश्चित करना चाहिए ताकि समाजिक एकता का परिचय अन्य समाजों को हम दे सके व अंत में मुल मंत्र देते हुए कहा कि दहेज, नुक्ता प्रथा को दुर कर शिक्षा को बढ़ावा देवें ।
श्रीमती सुधा जाजोरिया (राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष – महासभा)– सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह महासम्मेलन रैगर समाज की दिशा व दशा सुधारने का आगाज है । हमारे समाज की अनदेखी अगर कोई राजनैतिक पार्टी करेगी तो हम अकेले नहीं है हमे उनका डट कर मुकाबला करते हुए एक जुटता का परिचय देना है । महिला शक्ति का आदर करना चाहिए व उन्हे शिक्षित करने व संगठन में जोड़ने की दिशा में कार्ययोजना बनाने की जरूरत है ।
श्री बाबु लाल सिंघाडिया (पूर्व विधायक केकड़ी)– सिंघाडिया जी ने अपने चिर परिचित अंदाज में जय गंगा माई की बोलकर अपने संबोधन की शुरूआत करते हुए कहा कि – इस महासम्मेलन में राजस्थान के 33 जिलों व अन्य राज्यों से पधारकर रैगर युवा शक्ति ने समाज के प्रति जागृति व एकता का परिचय पूरे देश को दिया है इस महासम्मेलन के माध्यम से समाज के युवाओं ने नई शुरूआत की है व हमे सम्मेलन के माध्यम से समाज की समस्याओं पर चिंतन व मनन करने की जरूरत है साथ ही राजनिति की महत्वता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि समाज की बड़ी छोटी अनेक समास्याओं के समाधान हेतु राजनिति में भागीदारी आवश्यक है । राज्य सभा में रैगर समाज के व्यक्ति का प्रतिनिधित्व होना चाहिए व साथ ही यह भी बताया की राजस्थान में अन्य अनुसूचित जाति की तुलना में रैगर समाज की संख्या सबसे ज्यादा है ओर हमे हमारी बाहुलता का हर क्षेत्र में इसका फायदा लेना चाहिए । साथ ही महासभा से अपील करते हुए कहा कि राजनितिक पार्टियों से टिकट पाने में महासभा का पूरा समर्थन मिलेगा व समाज को राजनिति में भागीदारी लेना चाहिए व आज की परिस्तियों को देखते हुए हमे आरक्षण को बचाने के लिए भी लड़ाई लड़ना है ।
श्री पी.एन. रछौया (पूर्व आई.पी.एस.)– समाज की एकता और अखण्डता को बनाए रखते हुए अगर हमे आगे बढना है तो वर्मा, आर्य व संशोधित गौत्र को हटाकर हमे रैगर या अपनी मूल गौत्र लगाना चाहिए, जो व्यक्ति गौत्र बदलेगा उसे रैगर कहलाने का हक नहीं है व उसे महासभा को अपना सदस्य भी नहीं बनाना चाहिए । समाज को आज अपने स्वर्णिम इतिहास को जानने की आवश्यकता है । महासभा के माध्यम से अन्य राज्यों में जैसे उत्तर प्रदेश, गुजरात व महाराष्ट्र जहां पर रैगर समाज को अनुसूचित जाति में नहीं लिया जाता है उसके लिए लड़ाई लड़ने की आवश्यकता है राज्य सभा में आरक्षण हेतु अनुसूचित जातियों को मिल कर आवाज़ उठानी चाहिए ।
श्री कमल बोकोलिया (पूर्व महापौर अजमेर)– 1984 के महासम्मेलन की याद ताजा कर उपस्थित युवाओं को उस सम्मेलन के महत्वपूर्ण अंशों के बारे में जानकारी दी उस सम्मेलन के संयोजक स्व. धर्मदास शास्त्री को याद करते हुए कहा की आज हमारे समाज को शास्त्री जी जैसे कर्मठ राजनेताओं की आवश्यकता है जो समाज की सेवा निस्वार्थ व निष्पक्ष भाव से कर रैगर समाज को पुन: उचाईयों के शिखर तक ले जा सके ।
कु. वंदना नोगिया (जिला प्रमुख अजमेर)– समाज के वरिष्ठ जो व्यक्ति मंच पर आकर साफा बंधवातें है उन्हे साफे मे जितनी आटियां होती है उतनी ही उनकी उस समाज के प्रति जिम्मेदारिया होती है ओर वे हमें पूर्ण रूप से निष्पक्ष भाव से पूरी करना चाहिए । सभा में उपस्थित मातृ शक्ति से अपील की गई की वे अपनी बेटियों को आगे बढ़ाने में पारिवारिक सहयोग प्रदान करें व साथ ही महिलाओं को संगठन में भागीदारी देकर उन्हें भी समाज सेवा करने हेतु आगे लाने की बात समाज के समक्ष रखी ।
श्री अशोक तौणगरिया (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महासभा)– समाज में रचनात्मक कार्यों को बढ़ावा देने हेतु समाज के नागरिकों को तन-मन-धन से सहयोग देने की आवश्यकता है महासभा के विकास की गति तभी बढ़ेगी जब आप लोगों पूर्ण रूप से समर्थन मिलेगा हमारे विकास कार्यों में पूर्ण रूप से सहयोग प्रदान कर हमे सम्बल प्रदान करे ।
श्री रविन्द्र नारोलिया – इस महासम्मेलन में आर्थिक सहयोग प्रदान करने लिए समाज के दान दाताओं का धन्यवाद दिया व हर वर्ष महासम्मेलन आयोजित करने हेतु उपस्थित समाज जनों से सहयोग व समर्थन मांगा ।
श्री जीवन दीपक दातोनियाँ – अन्य समाज के लोगों द्वारा किये जाने वाले भेदभाव को राजनितिक बल के माध्यम से जोर लगाकर दूर किया जाना चाहिए । राजस्थान की युवा प्रकोष्ठ की टीम समाज में अगर कही पर भी अत्याचार होता है तो हम आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर हम हमेशा खड़े है आप हमे केवल एक आवाज़ जरूर लगाना व 2017 तक हमें एकता का परिचय देने के उद्देश्य से रैगर सेना खड़ी करनी है ।
श्री शंकर लाल नारोलिया (राष्ट्रीय अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ) – हमारी संख्या बल के आधार पर हमें आरक्षण मिलना चाहिए । महिला शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिए क्योंकि एक शिक्षित महिला दो परिवारों को शिक्षित करती है पीहर व ससुराल, शिक्षा रह ताले की चाबी है । समाज से दहेज प्रथा पूर्ण रूप से समाप्त होनी चाहिए ताकि बेटियों के माता पिता की जमीन जायदात नहीं बिके ।
श्री रामचन्द्र सुनारीवाल (विधायक डग) – इस महासम्मेलन के द्वारा ऐसा प्रतित हो रहा है कि समाज में आज इन क्रांति का बीज बोया जा रहा है । समाज के प्रत्येक व्यक्ति को समाज के कार्यकर्ता के रूप में कार्य करना चाहिए, समाज में टांग खिंचाई खत्म होना चाहिए अगर कोई समाज के विकास के लिए कार्य करता है तो उसका पूर्ण रूप से समर्थन करना चाहिए । रैगर समाज पहले से न्याय प्रक्रिया में अग्रणी रहा है दूध का दूध व पानी का पानी करना समाज का इतिहास रहा है हमे हमारी इस धरोहर को सही दिशा में उपयोग में लाना चाहिए । बड़े पदों पर बेठे अधिकारियों के समाज के अन्य लोगों पर धयान लगाने की आवश्यकता है आज के इस आधुनिक युग में हमे समाज के लोगों को आपस में जोड़ने की दिशा में कार्य करने की रूप रेखा बनाना चाहिए व नव युवकों को इस टेक्नालोजि का उपयोग कर एक मिसाल पेश करने की आवश्यकता है व समाज के समस्त संगठनों को एक मंच के नीचे आना चाहिए साथ ही समस्त उपस्थित समाज बंधु प्रण लेवें कि रैगर समाज के नेता को ही वोट देवें ।
श्री विकेश जी खोलिया (उपाध्यक्ष अनुसूचितजाति आयोग राजस्थान सरकार)– सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि समाज के लोगों को अनुसूचित जाति की योजनाओं के बारे में जानकारी रख कर उनका लाभ लेना चाहिए । समाज को एकता का परिचय देते हुए समाज के प्रतिनिधियों का समर्थन करना चाहिए व समय-समय पर ऐसे प्रायोजन होने चाहिए ताकि समाज में चेतना की जोत हमेशा जली रहे । समाज की विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाओं का सम्मान करना चाहिए । आपसी मतभेद भुलाकर समाज को संगठित होकर आगे बढ़ने की आवश्यकता है गरीब बच्चों को पढ़ाने व आगे बढ़ाने में पूर्ण रूप से आर्थिक सहयोग देने की आवश्यकता है ।
श्री बी.एल. नवल (राष्ट्रीय अध्यक्ष) – महासभा और हमारा समाज आज के इस आधुनिक युग में पीछे नहीं है हमारे समाज की महासभा की वेबसाईट के उपयोग करके आप महासभा की प्रत्येक जानकारी के बारे में पता लगा सकते है । आने वाले दो वर्षों के सभी जिलों में जिलाकार्यकारिणी के माध्यम से रैगर समाज की विस्तृत पारिवारिक जनगणना कर पूरे भारत में निवासरत रैगर समाज का डाटा इक्ट्ठा किया जायेगा, आपको यह जानकारी देते हुए मुझे खुशी हो रही हे कि अभी इस जनगणना को प्रथम चरण के रूप में मध्य प्रदेश की युवा प्रकोष्ठ कार्यकारिणी के द्वारा प्रारम्भ कर दिया गया है व इसी प्राजेक्ट को राष्ट्रीय स्तर पर भी जल्द ही प्रारम्भ किया जायेगा । महासभा के द्वारा पूरे समाज से अपील की गई है कि वे अपने मूल गौत्र को अपने नाम के साथ लिखे व समाज भविष्य में स्कुल में अपने बच्चों का नाम लिखते समय इस बात का ध्यान रखे । बेटी पढ़ाएंगे व बेटी बचाऐंगे का नारा दिया । 2018 में होने वाले चुनावों को देखते हुए, 2017 में जयपुर में एक महासम्मेलन आयोजित किये जाने हेतु सभा में उपस्थित समाज बंधुओं से समर्थन व सहयोग की अपील की गई, साथ ही समाज हित में महासभा के द्वारा निर्णय लिये गये जिन्हे मंच के द्वारा सभी के सामने रखा गया व सभी उपस्थित समाज बंधुओं की सहमती से लागू किया गया – 1. नुक्ता प्रथा में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में मिठा पूर्ण रूप से बंद हो व कपड़ों अर्थात पेरावणी को प्रतिबंधित किया जाता है व साथ ही ना कोई व्यक्ति नुक्ता प्रथा में ना सहयोग करेगा ना ही भाग लेगा इसकी शपथ खड़े होकर दिलवाई गई । 2. दहेज लेना व देना दोनों पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया जाता है । 3. डी.जे. बजाना पूर्ण रूप से बंद किया जाता है । 4. सभी प्रकार के नशे को सामाजिक कार्यक्रमों में पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया जाता है । 5. किसी भी प्रकार के सामाजिक कार्यक्रमों जैसे शादि सगाई आदि में व्यर्थ खर्च पर लगाम लगाई जाये ।
इस महासम्मेलन में अजमेर, ब्यावर, झूंझूनु, सांगानेर, चाकसू एवं कोट खावदा से टोलियां ढोल ढमाको के साथ जय रैगर समाज के नारे लगाते हुए शहर की मुख्य सड़कों से सम्मेलन मे पहुंची व साथ ही गुजरात, दिल्ली, मध्य प्रदेश हरियाणा, मुम्बई व पंजाब व राजस्थान के विभिन्न जिलों, तहसीलों, गांवों, कस्बों व ढाणियों से समाज बंधुओं ने बढ़ चढ़कर सम्मेलन में भाग लिया कुल मिलाकर सम्मेलन में लगभग 5000 लोगों ने शिरकत की व बाहर से आने वाले समाज बंधुओं के लिए भोजन की व्यवस्था अलग से खाने के पेकेट वितरित करके की गई । कार्यक्रम के संयोजक श्री नवरत्न गुसाईवाल (राष्ट्रीय महासचिव – युवा प्रकोष्ठ), व सह-संयोजक जीवन दीपक दातोनियाँ (राजस्थान प्रदेश महासचिव – युवा प्रकोष्ठ) (युवा प्रकोष्ठ) ने पधारे समस्त समाज बंधुओं को आभार व्यक्त किया व अंत में समस्त कार्यकताओं व मुख्य अतिथियों को कार्यक्रम के मोमेंटो मंच से सम्मान पुर्वक वितरित किये गए । इस कार्यक्रम के पश्चात महासभा की प्रतिनिधि मंडल की बेठक आयोजित की गई जिसमें 13 दिसम्बर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लिए गए संविधान प्रस्ताव के बिन्दुओं पर सभी से हाथ उठाकर समर्थन मांगा गया । सम्मेलन में कुल मिलाकर यह निष्कर्ष निकला की सभी ने महिला शिक्षा व संगठन से जोड़ने पर जोर दिया व समाज की एकता अखण्डता को बनाए रखने हेतु आवश्यक कदम उठाना व समाज में व्याप्त कुरितियों को पूर्ण रूप से खत्म करेने की अपील की गई । मंच संचालन सिताराम जी मौर्या दौसा द्वारा किया गया । कार्यक्रम के उद्देश्य पूर्ण रूप से सफल रहे व इस कार्यक्रम के व्यवस्था व सफल आयोजन के लिए कार्यक्रम के संयोजक श्री नवरत्न गुसाईवाल (राष्ट्रीय महासचिव – युवा प्रकोष्ठ), व सह-संयोजक जीवन दीपक दातोनियाँ (राजस्थान प्रदेश महासचिव – युवा प्रकोष्ठ) व राजस्थान प्रदेश कार्यकारिणी युवा प्रकोष्ठ की उपस्थित महानुभावों व मंचासिन अतिथियों ने जमकर तारिफ करते हुए बधाई दी गई । इस कार्यक्रम में विशेष सहयोग के लिए दिनेश वर्मा – कार्यक्रम सलाहकार, भानू खोरवाल – प्रदेशाध्यक्ष युवाप्रकोष्ठ राजस्थान, डॉ रविन्द्र नारोलिया – कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष, युवा प्रकोष्ठ राजस्थान, पूजा सिंगाडिया – कार्यक्रम सलाहकार को धन्यवाद प्रस्तुत किया गया ।
ब्रजेश हंजावलिया
संचालक www.raigarmahasabha.com